- आँख भर आती हैं मेरी जानकर सबका दर्द
रास्ते ज़िन्दगी के पर उलझा देते हैं मुझे
मंजरी
June
- नियति
हरे और नीले निशान मानो मेरी माँ को सुहाग की निशानी के रूप में विवाह पर ही बतौर तोहफा मिल गए थे I पिताजी का घर आने जाने का कोई समय नहीं था I पर जब हम सो कर उठते तो माँ की कलाइयों में टूटी चूड़ियो के घाव देखकर समझ जाते की रात में ...See More
Comments
Post a Comment