Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps July 29, 2012 तेरी याद बन के साया मेरे साथ ऐसे चलती हैंकि जलती हैं चाँदनी सी और मोम सी पिघलती हैंमंजरी Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
March 11, 2019 इतना भुलाया है तुझे कि थक गया हूँ मैं अब तेरे सिवा कुछ भी याद नहीं है... मंजरी Read more
May 10, 2018 वो ग़मों को दूर करने की बात करते है ग़मों ने ही अब तक हमें संभाल रखा है... मंजरी Read more
May 06, 2018 मेरे दरवाज़े पर उम्र भर से खड़ी है तन्हाई और भीतर उसकी यादों से महकता आँगन है ... मंजरी Read more
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